![फ़र्ज़ी नक्शा बना कर प्लाट बेचना पड़ा महंगा, FIR दर्ज फ़र्ज़ी नक्शा बना कर प्लाट बेचना पड़ा महंगा, FIR दर्ज](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhb6J-BtLHc60UWmPLeFEqVpNjKs9kbj17Zx34xF2DPO-c5swfrMbKXKLk3ysFpgyqcb91v8LMc-LsbI-npEXz92rIcOL24qx_1RaZfXKScq0L2FebbEvw2TumnNUeT15tVusf_ZpsRIhdgW-s5bx0sdFdpPI-oiOyX34o4-Za7leRwGxSQeHZ3p27Ndzw/s320/Fraud.jpg)
फ़र्ज़ी नक्शा बना कर प्लाट बेचना पड़ा महंगा, FIR दर्ज
फ़र्ज़ी नक्शा बना कर प्लाट बेचना पड़ा महंगा, FIR दर्ज
डेस्क रिपोर्ट। किस तरह से कॉलोनाइजर अपनी रसूक का इस्तेमाल करके लोगो को बेवक़ूफ़ बना रहे, ऐसा
ही एक मामला आज शिकायतकर्ता की वजह से सामने आया, अन्य की कॉलोनी की जमीन अपनी बताकर धोखाधड़ी से प्लाट बेच दिए। मामले में भाजपा नेता द्वारा शिकायत की गई। जांच के पश्चात कॉलोनाइजर और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। कलेक्टर ने FIR दर्ज करवकार जिला सहकारी विकास अभिकरण को पेश करने
के आदेश दिए हे।
जानकारी के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने कॉलोनाइजर सूर्यकांत जैन और अनिल झालानी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। कॉलोनाइजरों पर आरोप है कि उन्होंने मोहन नगर का फर्जी नक्शा तैयार करवाकर पड़ोस में स्थित विवेकानन्द कॉलोनी के भूखंड बेच दिए। यह मामला नगर एवं ग्राम निवेश विभाग और जिला प्रशासन द्वारा गठित कॉलोनी सेल द्वारा की गई जांच के बाद सामने आया था।
जानकारी के अनुसार नगर निगम के उपयंत्री मनीष कुमार तिवारी ने कॉलोनी सेल द्वारा कराई गई जांच के आधार पर औद्योगिक क्षेत्र थाने को प्रतिवेदन दिया था। इसमें दिए गए तथ्यों और रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने दोनों कॉलोनाइजरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की। एफआईआर के अनुसार स्वामी विवेकानन्द गृह निर्माण समिति के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने औद्योगिक क्षेत्र थाने पर शिकायत की थी। शर्मा ने बताया था कि उनकी कॉलोनी के भूखण्ड को अवैध रूप से बेचा जा रहा है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मोहन नगर गृह निर्माण सहकारी समिति के मोहन नगर का वास्तविक नक्शा तीन बीघा जमीन का था जो नगर एवं ग्राम निवेश विभाग ने स्वीकृत किया था। परंतु मोहन नगर गृह निर्माण सहकारी समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जैन और सचिव द्वारा बनवाए गए फर्जी नक्शे में करीब सवा बीघा बढ़ाकर दर्शा दी गई। बढ़ाई गई जमीन स्वामी विवेकानन्द कॉलोनी की थी। उक्त जमीन पर आरोपियों ने 8 भूखंड अवैध रूप से बेच दिए।
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