
नर्स भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला, किया खूलासा
नर्स भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला, बड़ा खूलासा
जानकारी के अनुसार इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही तुरंत कार्रवाई की गई है। जांच के बाद ही वस्तुस्थिति का पता चलेगा, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री ने कहा कि अगर माफिया राज होता तो पता कैसे लगा कहीं कुछ गड़बड़ थी, उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है। एग्जाम लेने वाली एजेंसी की जांच होगी, इसके बाद ही सब पता लगेगा।
दरअसल, ग्वालियर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एनएचएम स्टाफ नर्स परीक्षा के पेपर लीक करने वाले लोग एक्टिव हुए हैं। वो डील करने डबरा के टेकनपुर स्थित होटल के पास बुला रहे हैं। यहां बड़ी डील हो सकती है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने वहां छापा मारा और 34 लोगों को पकड़ा। इनमें से आठ ऐसे थे जो पर्चा लीक करने से लेकर क्लाइंट लाने वाले लोग थे। इसके अलावा पकड़ाए गए 26 स्टूडेंट्स में से 15 लड़कियां और 11 लड़के मिले।
पूछताछ के दौरान सामने आया कि 8 आरोपियों में 3 ग्वालियर के रहने वाले हैं। दो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, दो हरियाणा और एक बिहार का रहने वाला है। वहीं इनका मास्टरमाइंड जो अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। वह भी प्रयागराज का रहने वाला है।
इस मामले में एसएसपी अमित सांघी का कहना है कि पेपर लीक होने के चलते परीक्षा निरस्त कर दी गई है, ऐसी स्थिति में उस लीक पेपर को डायरेक्टर को भेजा जा रहा है। ताकि यह पता किया जा सके कि जो पेपर लीक हुआ है और जो पेपर आने वाला था उनमें कितनी समानता है। इसके अलावा गिरोह के सदस्यों से 39 मोबाइल जब्त किए गए हैं। इनकी भी फॉरेंसिक जांच के साथ डाटा रिट्रीव किया जाएगा। इस रैकेट में 4 राज्यों के लोग शामिल हैं। ऐसे में इनका कहां-कहां नेटवर्क है इसका भी पता लगाया जा रहा है। खास बात यह भी है कि इस परीक्षा का आयोजन ग्वालियर के अलावा मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में भी हो रहा था। ऐसे में वहां की उनके क्या लिंक हैं, इसका भी पता लगाया जाएगा। पुलिस ने थाना क्राइम ब्रांच में आईपीसी की धारा 420, आईटी एक्ट के साथ मध्य प्रदेश परीक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
0 Response to "नर्स भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला, किया खूलासा "
एक टिप्पणी भेजें